Home » Fiction » Anthologies (multiple authors) » हिन्दी की यादगार कहानियां

हिन्दी की यादगार कहानियां (Paperback)



  (not rated yet, be the first to write a review)

ISBN-13: 9788122205237
Language: Hindi

This book is available in following formats:
Format Availability Status Price
Paperback In stock
225.00
$ 3.48

Imprint: Orient Publishing

Publication Date: 01 Jan, 2013

Pages Count: 224 Pages

Weight: 240.00 Grams

Dimensions: 5.50 x 8.50 Inches


Subject Categories:

About the Book:

19वीं और 20वीं सदी के महान् लेखकों की कहानियों का उत्कृष्ट संग्रह।

इन कहानियों को चुनते समय इस बात का ध्यान रखा गया है कि प्रत्येक कहानी में कोई-न-कोई ऐसी विशेषता अवश्य हो जो उस कहानी को औरों से अलग करती हो, याद रखने लायक बनाती हो।

इन कहानियों को चुनते समय यह ख्याल भी रखा गया कि कहानी उस कहानीकार की चर्चित कहानियों में से हो और जीवन के किसी अनूठे पहलू को उदघाटित करे। कुल मिलाकर कहानियां अपने समग्र रूप में एक ऐसी तसवीर पेश करें, जिसमें भारतीय जन-जीवन की झांकी नज़र आये।

अन्त में, यह गौर-तलब है कि अच्छी रचनाएं अपने समय में ही चर्चित और प्रासंगिक नहीं होतीं, बल्कि आगे भी रचनाकारों को प्रेरित करती रहती हैं। 'हिन्दी की यादगार कहानियां' इस कसौटी पर खरी उतरती है।

  • दुलाई वाली / बंग महिला
  • शतरंज के खिलाड़ी / प्रेमचन्द
  • उसने कहा था / चन्द्रधर शर्मा "गुलेरी"
  • ताई / विश्वम्भरनाथ शर्मा "कौशिक"
  • दुखवा मैं कासे कहूं मोरी सजनी / आचार्य चतुरसेन
  • हार की जीत / सुदर्शन
  • आकाश-दीप / जयशंकर "प्रसाद"
  • प्रायश्चित्त / भगवतीचरण वर्मा
  • गोटे की टोपी / होमवती देवी
  • तुमने क्यों कहा था, मैं सुन्दर हूं / यशपाल
  • डाची / उपेन्द्रनाथ "अश्क"
  • इन्दु की बेटी / अज्ञेय
  • निंदिया लागी / भगवती प्रसाद वाजपेयी
  • अपमान / कमला चौधरी
  • शकीला की मां / अमृतलाल नागर
  • धरती अब भी घूम रही है / विष्णु प्रभाकर
  • काको के प्रेमी / बलवन्तसिंह
  • ठेस / कौशल्या अश्क
  • टूटा-फूटा / द्विजेन्द्रनाथ मिश्र "निर्गुण"
  • सिक्का बदल गया / कृष्णा सोबती
  • खैरा पीपल कभी ना डोले / शिवप्रसाद सिंह

 

In stock


225.00

$ 3.48